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गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पर भले ही केस मानसा पुलिस ने दर्ज किया है, लेकिन आरोपी से पूछताछ के लिए सीआईए खरड़ की सुरक्षित इमारत को चुना गया है। लॉरेंस का सुरक्षा घेरा भी काफी मजबूत बनाया गया है। इसके पहले घेरे का जिम्मा जिला पुलिस, फिर स्पेशल कमांडो और तीसरा घेरा पंजाब रैपिड पुलिस फोर्स सौंपा गया। सिविल ड्रेस में पुलिस हर मूवमेंट पर नजर रख रही है। दो सौ के करीब जवान सीआईए की इमारत के अंदर और बाहर तैनात किए गए हैं। एक पीसीआर को 24 घंटे एलएमजी के साथ वहां पर तैनात किया गया। इमारत के पास स्थित रिहाइशी एरिया में रहने वाले लोगों की पुलिस वेरीफिकेशन कर रही है। सीआईए की इमारत में हाई रेजोल्यूशन वाले कैमरे लगाए गए है। लॉरेंस की हर मूवमेंट पर पुलिस नजर रख रखे हुए है।
सीआईए खरड़ की बिल्डिंग अंग्रेजों के जमाने की है। आतंकवाद के समय में भी पुलिस आतंकियों को यहीं लाकर पूछताछ करती थी। मंगलवार शाम जैसे ही दिल्ली की अदालत ने पंजाब पुलिस को लॉरेंस बिश्नोई की रिमांड दी, साथ ही कड़ी सुरक्षा में रखने के उसे आदेश दिए। इसके बाद तुरंत पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने सीआईए स्टाफ मोहाली की इमारत को लॉरेंस के लिए उचित समझा। इसके बाद शाम में ही सीआईए स्टाफ खरड़ की इमारत के बाहर व पीछे की तरफ लाइटें लगा दीं। सीआईए स्टाफ के पिछली तरफ पड़ी खाली जमीन से सफाई कर्मचारी लगाकर ऊंची-ऊंची खड़ी झाड़ियों को कटवा दिया गया। इसके बाद लॉरेंस को जैसे ही लाया गया, इमारत की पिछली तरफ भी सुरक्षा कर्मचारियों को तैनात किया गया। आने वाले दिनों में मूसेवाला हत्याकांड में कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।
गैंगस्टर से पूछताछ के लिए पंजाब पुलिस के कई उच्च अधिकारी, एंटी गैगेंस्टर दल के अधिकारी, मानसा पुलिस, स्पेशल ऑपरेशन समेत समेत अनेक पुलिस अफसरों ने खरड़ सीआईए स्टाफ का दौरा किया। मीडिया वालों को पहले ही पता चल गया कि लॉरेंस विश्रोई को खरड़ सीआईए स्टाफ में लाया जा रहा है। यह जानकारी पाते ही पत्रकारों की भीड़ खरड़ के बाहर जमा हो गई। लॉरेंस विश्रोई को एक बुलेट प्रूफ स्कॉर्पियो गाड़ी में लाया गया। उसके साथ चल रहे सुरक्षा कर्मचारियों की गाड़ियां बाहर रुक गईं, जबकि लॉरेंस विश्रोई की गाड़ी को सीधा सीआईए स्टाफ के अंदर ले जाया गया। गाड़ी के अंदर जाते ही सभी दरवाजे बंद कर दिए गए। लॉरेंस विश्रोई के खरड़ पहुंचते ही अनेक सीनियर पुलिस अधिकारियों का आना शुरू हो गया।
सीआईए स्टाफ के बाहर बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए पत्रकारों को सीआईए स्टाफ खरड़ के इंचार्ज शिव कुमार ने हटाया। सीआईए स्टाफ के सौ मीटर आगे तक बैरिकेड्स व रस्सी लगाकर आम लोगों के आने-जाने के लिए रास्ता बंद कर दिया।
लगभग दो घंटे बाद बुलेट प्रूफ स्कॉर्पियो गाड़ी और चार-पांच अन्य पुलिस की गाड़ियां सीआईए स्टाफ से बड़ी तेजी से बाहर निकलीं और बनूड़ की ओर दौड़ पड़ीं। पत्रकारों को लगा कि लॉरेंस विश्रोई को सुरक्षा की दृष्टि से यहां से हटाकर कहीं और ले जाया जा रहा है, लेकिन बाद में पता चला कि लॉरेंस विश्रोई सीआईए स्टाफ के अंदर ही है। पुलिस ने पत्रकारों की भीड़ को हटाने के लिए सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा किया है।
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